sugam bhugol class 8 chapter 3
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sugam bhugol class 8 chapter 3,अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
1. जल के तीन उपयोगों को लिखें।
उत्तर :-i. घरेलू उपयोग, ii. खेती करने में, iii. मछली पालन
2. सेल्वा क्या है?
उत्तर-सेल्वा उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन है
3. तीन उभयचर जीवों के नाम लिखें।
उत्तर-मगरमच्छ, कछुआ, मेंढक
4. ऊष्णकटिबंधीय सदाबहार वन के तीन वृक्षों के नाम लिखें।
उत्तर-बरगद, सिनकोना, रबर
5. पारिस्थितिक तंत्र क्या है?
उत्तर-वह तंत्र जो वातावरण के जैविक तथा अजैविक सभी कारकों के परस्पर संबंध को दिखाता है परिस्थितिक तंत्र कहलाता है या जैवमंडल में सभी जीव जीवित रहने के लिए एक दूसरे से परस्पर संबंधित और निर्भर होते हैं इसे पारिस्थितिक तंत्र कहा जाता है
6. जैवमंडल किसे कहा जाता है?
उत्तर-वन और जीव जंतु जलमंडल स्थल मंडल एवं वायुमंडल के मध्य फैले संकरे क्षेत्र में पाए जाते हैं, जिसे जैवमंडल कहां जाता है या पृथ्वी का वह भाग जो जीवन यापन योग्य है जैवमंडल कहलाता है।
7. गिलहरी किस प्रकार का जीव है?
उत्तर:-गिलहरी उतरने वाले जीव है
8. 1971 में कौन-सा कनवेंशन हुआ था?
उत्तर-वेटलैंडस कनवेंशन
9. जल का नवीकरण कैसे होता है?
उत्तर:-जल चक्र द्वारा जल का नवीकरण होता है
10. सामाजिक वानिकी किसे कहते हैं?
उत्तर:- पर्यावरण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए वन का विकास सामाजिक वानिर्की कहलाता है।
11. भारत में सबसे अधिक वन (क्षेत्रफल की दृष्टि से) किस राज्य में है?
उत्तर:- मध्यप्रदेश में
12. देश में राष्ट्रीय उद्यानों की कुल संख्या कितनी है?
उत्तर:-देश में राष्ट्रीय उद्यानों की कुल संख्या 99 में है
13. चंदन के वन किस राज्य में मिलते हैं?
उत्तर:- बिहार एवं झारखंड
sugam bhugol class 8 chapter 3,लघु उत्तरीय प्रश्न
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. जल दुर्लभ संसाधन है। कैसे?
उत्तर:-पृथ्वी के 71% भाग पर जल है। इसका 97% भाग महासागरों में नमकीन खारा जल के रूप में है जो उपयोग लायक नहीं है इसके अलावा 2% जल हिमनदियों में तथा मात्र 1% जल पीने योग्य मीठा जल है जो नदियों, झीलों, तालाबों और भौम जल के रूप में है तथा जल प्रदूषित भी होता जा रहा है इसलिए जल एक दुर्लभ संसाधन है
2. जल-चक्र क्रिया को स्पष्ट करें।
उत्तर:-महासागरों का जल वाष्पण द्वारा वायुमंडल में जाकर बादल बन जाता है। बादलों द्वारा वर्षा से यह जल धरातल पर वापस आ जाता है। धरातल से नदियों द्वारा जल महासागरों में जा पहुँचता है। पुनः यहाँ से यह जल वाष्पण द्वारा वायुमंडल में पहुँचता है। जल का यह चक्र निरंतर चलता रहता है। इसे ही जल चक्र कहा जाता है।
3. प्राकृतिक वनस्पति एवं वन में अंतर करें।
उत्तरः-प्राकृतिक रूप से किसी क्षेत्र में उगनेवाले पेड़-पौधों, घास, झाड़ियों इत्यादि को प्राकृतिक वनस्पति कहा जाता है। जबकि पेड-पौधों का विकास जब प्राकृतिक रूप से एक बड़े क्षेत्र पर होता है तब उसे वन कहते हैं।
4. जल की उपलब्धता का संक्षिप्त विवरण दें।
उत्तर:-1955 देश में उपलब्धता जल की प्रतिव्यक्ति 5,277 घन मीटर थी जो 2005 में 1,496 घन मीटर हो गई। इसमें और कमी आने की आशंका है। भारत की नदियों का औसत जल बहाव 1,869 अरब घन मीटर वार्षिक है, जिसका लगभग 91% हिस्सा बहकर समुद्र में चला जाता है।
5. जल संकट पर अपने विचार प्रस्तुत करें।
उत्तरः-पृथ्वी पर पीने लायक मात्र 1% जल है, जिसका वितरण काफी असमान है। जल की कमी से पूरा विश्व त्रस्त है। भारत के दिल्ली, मुंबई, चेन्नई एवं कोलकाता जैसे बड़े शहरों में जल की मांग और आपूर्ति के बीच बड़ा अंतर है। इस जल संकट के लिए जल की कमी और प्रदूषण मुख्य रूप से जिम्मेदार है
6. वनों की उपयोगिता क्या है? उल्लेख करें।
उत्तर:-वनों की कई उपयोगिता है जो इस प्रकार है- (i) इमारती एवं जलावन की लकड़ियों में (ii) वन विस्तार मृदा अपरदन को रोकता है, (iii) जड़ी बूटियां एवं औषधि प्राप्त करने में (iv) उद्योगों के लिए कच्चा माल को प्राप्त करने में
7. कोणधारी वन का विवरण दें।
उत्तर:-65° अक्षांश के ऊपर केवल उत्तरी गोलार्द्ध में टैगा (कोणधारी) वन मिलते हैं। सदाबहार प्रकृति के इन वनों में चीड़, स्प्रूस, हैमलॉक, फर, लार्च, सीडर के वृक्ष उगते हैं। नुकीली पत्ती के इन वृक्षों की ऊपरी परत मोटी और चिकनी होती है।
8. सदाबहार वन के पाँच वृक्षों के नाम लिखें।
उत्तरः-सदाबहार वन के पांच वृक्षों के नाम इस प्रकार है:- i. बरगद ii. सिनकोना iii. महोगनी iv. रबर v. एबोनी
sugam bhugol class 8 chapter 3,दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. जल संसाधन महत्त्वपूर्ण है। कैसे? जल के विभिन्न उपयोगों का वर्णन करें।
उत्तर:-जल एक बहुमूल्य संसाधन है। जिसका उपयोग मानव कृषि, औद्योगिक, घरेलू और पर्यावरणीय गतिविधियों में करता है। जल की उपस्थिति के कारण ही पृथ्वी पर जीवन संभव है इस प्रकार जल संसाधन महत्वपूर्ण है। जल के विभिन्न उपयोग इस प्रकार है:- (i) घरेलू उपयोग (ii) उद्योगों में उपयोग (iii) खेती करने में (iv) मछली पालन में (v) जल यातायात में (vi) बिजली उत्पादन में
2. जल के वितरण एवं उपलब्धता का वर्णन करें।
उत्तरः-पृथ्वी के 71% भाग पर जल है। इसका 97% भाग महासागरों में नमकीन / खारा जल के रूप में है। यह जल मानवीय उपयोग के लायक नहीं है। इन महासागरों के अंतर्गत प्रशांत महासागर में 49.9%, अटलांटिक महासागर में 25.7%, हिंद महासागर में 20.5% तथा आर्कटिक महासागर में 3.9% जल है। देश में जल की उपलब्धता 1955 में प्रतिव्यक्ति 5,277 घन मीटर थी जो 2005 में 1,496 घन मीटर हो गई। इसमें और कमी आने की आशंका है। भारत की नदियों का औसत जल बहाव 1,869 अरब घन मीटर वार्षिक है, जिसका लगभग 91% हिस्सा बहकर समुद्र में चला जाता है।
3. जल संरक्षण के उपायों को लिखें।
उत्तर:-जल संरक्षण के उपाय इस प्रकार है:-
(i)जल की बर्बादी रोकना
(ii) प्राचीन जल संग्रहण के तरीकों को अपनाना
( iii) बर्तन धुलते समय नल के स्थान पर टब का प्रयोग करें
(iv) जल पुणः चक्रण की तकनीक अपनाना
(v) वन रोपण एवं अन्य वनस्पति आवरण की वृद्धि करना
4. दो प्रकार के वनों का विवरण दें।
उत्तर:-i. शीतोष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन- ऐसे वन 30° – 45° अक्षांशों के मध्य मिलते हैं। इनके वृक्षों की जड़ें लंबी, तना मोटा और छाल खुरदुरी होती हैं। पत्तियाँ मोटी, चिकनी एवं मोमी होती हैं, जिससे ये वन सदाबहार होते हैं। जैतून, ओक, अंजीर, फर, पाइन. स्प्रूस, यूकेलिप्टस, लॉरेल, वालनट यहाँ के मुख्य वृक्ष हैं। रसदार फल भी यहाँ काफी उगते हैं।
ii. शीतोष्ण कटिबंधीय पतझड़ वन ऐसे वन 45°-65° अक्षांशों के मध्य महादेशों के पश्चिमी एवं पूर्वी भागों में उगते हैं। शीतकाल की कठोर सर्दी से बचने के लिए पेड़-पौधे पत्तियाँ गिरा देते हैं। ओक, मैपल, बीच, एल्म, हैमलॉक, अखरोट, चेस्टनट, पोपलर, एश, बर्च यहाँ के मुख्य वृक्ष हैं।
5. वन एवं वन्य जीवों के संरक्षण के लिए किए गए प्रयासों का उल्लेख करें।
उत्तर:-भारत में वन संरक्षण हेतु भारतीय वन अधिनियम 1992,1980,1988 के द्वारा वनों का संरक्षण करने का काम किया गया। भारत में वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए 99 राष्ट्रीय उद्यानों 515 अभयारण्यों एवं 16 जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र विकसित किए गए हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जंगली जीव जंतु एवं वनस्पतियों की संकटग्रस्त प्रजातियों का अंतरराष्ट्रीय व्यापार सम्मेलन सी. आई. टी. एस. की स्थापना की गई जिसमें पशु पक्षियों की एक सूची तैयार कर उनके व्यापार को प्रतिबंधित किया गया। भारत में 1970 में रेड डेटा बुक तैयार किया जिसमें संकट में घिरी परजातियों की एक सूची है
6. जल प्रदूषण के कारणों का वर्णन करें। इसे दूर करने के उपायों को लिखें।
उत्तर :- जल प्रदूषण के कारण निम्नलिखित है जो इस प्रकार है:- i. कूड़ा-करकट ii. मृत जीव-जंतु iii. रासायनिक उर्वरक एवं कीटनाशी iv. औद्योगिक अपशिष्ट v. पेयजल आपूर्ति पाइप का फटना और गंदे जल का उसमें प्रवेश जल प्रदूषण दूर करने के उपाय इस प्रकार है:- i. शोधन के पूर्व औद्योगिक अपशिष्टों को जल में नहीं छोड़ना चाहिए। ii. जल स्रोतों में पशुओं को नहीं धोना चाहिए। iii. खतरनाक कीटनॉशियों के उपयोग में प्रतिबन्ध लगाना चाहिए। iv. बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों में जल शोधन संयन्त्रों को लगाना चाहिए v. समय-समय पर जल स्रोतों से हानिकारक पौधों को निकाल देना चाहिए ।
7. भारत में पाए जानेवाले वनों का वनों का विवरण दें।
उत्तर:-भारत में पाए जाने वाले वन निम्नलिखित है जो इस प्रकार है:-
i. उष्ण कटिबंधी सदाबहार वन इस प्रकार के वन पश्चिमी घाट, अंडमान निकोबार, लक्षद्वीप, असम के ऊपरी भाग और तमिलनाडु के तटीय क्षेत्र में पाए जाते हैं ये वन काफी घने होते हैं। इनमें मुख्य प्रजातियाँ रबर, महोगनी, रोजवुड, जामुन, बेंत, कदम, इरूल, हल्दू, चम्पा तथा जंगली आम इत्यादि पाई जाती हैं।
ii. उष्ण कटिबंधीय पर्णपाती (पतझड) वन एसे वन प्रायद्वीप में अधिक वर्षा वाले भागों और उत्तर प्रदेश व बिहार के मैदानी भागों में पाए जाते हैं। भारत में ये वन बहुतायत में पाए जाते हैं। इन्हें मानसून वन भी कहा जाता है। ये वन 70 से 200 सेंटीमीटर वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्र में पाए जाते हैं। इनमें मुख्य प्रजातियां शीशम चंदन साल नीम इत्यादि है
iii. उष्ण कटिबंधीय कटीले वन एसे वन दक्षिण-पश्चिमी पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में पाए जाते हैं। ये वन 50 सेंटीमीटर से कम वर्षा वाले क्षेत्र में पाए जाते हैं। इनमें कई प्रकार की घास और झाड़ियाँ शामिल हैं, यथा- बबूल,
iv. पर्वतीय वुन बेर, खजूर, खैर, नीम, खेजड़ी और पलास। ऐसा वन भारत मैं जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर और मिजोरम राज्यों में पाया जाता हैं। इनमें चीड़, देवदार, स्प्रूस, सीडर पाया जाता है
v. मैंग्रोव वन मैंग्रोव एक प्रकार की भारतीय वनस्पति है। इस वनस्पति के पौधों की जड़ें पानी में डूबी रहती हैं। इसका विकास भारत के तटवर्ती क्षेत्रों में जहाँ पर ज्वार-भाटा आते रहते हैं वहां होता है। जैसे गंगा ब्रह्मपुत्र डेल्टा, कृष्णा गोदावरी बेसिन, कावेरी डेल्टा आदि। इसका प्रमुख वृक्ष नारियल, क्योड़ा, ताड़, वंऐंगार है।
8. वन में पाए जानेवाले प्राणियों का उदाहरणसहित वर्गीकरण प्रस्तुत करें।
उत्तरः-वनों में विभिन्न प्रकार के | वन्य प्राणी पाए जाते हैं, क्योंकि वन और वन्य जीवों के बीच गहरा संबंध होता है। इन वनों में मांसाहारी जीव सिंह, बाघ, भेड़िया, भालू इत्यादि पाए जाते हैं। शाकाहारी जीव के अंतर्गत हरिण, गैंडा, हाथी, बारहसिंगा, चीतल जैसे जीव मिलते हैं। कुतरनेवाले जीवों में गिलहरी, वानर, लंगूर, चूहा, खरगोश इत्यादि; उभयचर जीवों में घड़ियाल, मगरमच्छ, कछुआ, मेढ़क इत्यादि तथा सरीसृप जीवों में जोंक, केंचुआ, छिपकली, साँप इत्यादि पाए जाते हैं।
9. जल संकट को दूर करने के उपायों का विवरण दें।
उत्तर:-जल संकट को दूर करने के उपाय इस प्रकार है:-
i. हर नागरिक में जल संरक्षण हेतु जागरूकता लाना
ii. बर्तन धुलते समय नल के अस्थान पर टब का प्रयोग करना
iii. जल संरक्षण हेतु केंद्र और राज्य सरकारों को कानून बनाना
iv. प्राचीन जल संग्रहण के तरीकों को अपनाना
v. सिंचाई के स्प्रिंकलर एवं ड्रिप प्रणाली को अपनाना