sugam vigyan class 8 chapter 7 question answer
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पौधे तथा जंतुओं का संरक्षण
sugam vigyan class 8 chapter 7:अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
1. पारिस्थितिक तंत्र के तीन जैविक घटकों के नाम लिखें।
उत्तरः-पारिस्थितिक तंत्र में जैविक की घटक पेड़ पौधे, जंतु तथा सूक्ष्मजीव है
2. जीवमंडल क्या है?
उत्तर:- पृथ्वी का वह भाग जहां सजीव पाए जाते हैं जैव मंडल कहलाता है
3. ‘हरा सोना’ किसे कहा जाता है?
उत्तर:- पेड़-पौधे को हरा सोना कहा जाता है
4. विश्व-तापन के लिए कौन-सी गैस उत्तरदायी है?
उत्तर:- विश्व तापन के लिए कार्बन डाइऑक्साइड गैस उत्तरदाई है
5. किन्हीं चार संकटग्रस्त जैवप्रजाति के नाम लिखें।
उत्तर:- शेर, बाघ, गैंडा, अजगर
6. पंचमढ़ी आरक्षित जैवमंडल में कौन-सी जनजातियाँ रहती हैं?
उत्तर:- पंचमढ़ी आरक्षित जैव मंडल में गोंड कोरकु तथा भारिया जनजातियां निवास करती है
7. बाघ परियोजना का क्या उद्देश्य है?
उत्तर:-बाघ परियोजना का उद्देश्य बाघों की संख्या में वृद्धि करना है
8. किसी एक पक्षी अभयारण्य का नाम लिखें।
उत्तर: भरतपुर पक्षी अभयारण्य
9. चिपको आंदोलन किसने आरंभ किया था?
उत्तर:-चिपको आंदोलन सुंदरलाल बहुगुणा द्वारा उत्तराखंड में आरंभ किया गया था
sugam vigyan class 8 chapter 7:लघु उत्तरीय प्रश्न
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. पारिस्थितिक तंत्र की परिभाषा दें।
उत्तर:-किसी एक् क्षेत्र में पाई जाने वाली जीवो तथा उन पर पड़ने वाले वातावरण के प्रभाव से बने तंत्र को पारिस्थितिक तंत्र जाता है
2. भारत को ‘बहुजैव विविध राष्ट्र’ क्यों कहा जाता है?
उत्तर:-भारत की भौगोलिक तथा जलवायुगत कारको में काफी भिन्नता होने के कारण यहां परचूर जैव विविधता पाई जाती है इस कारण इसे बहु जैव विविध राष्ट्र कहा जाता है
3. वन को प्रकृति का फेफड़ा क्यों कहा जाता है?
उत्तर:- वनों के पेड़ पौधे प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड गैस ग्रहणं करते हैं तथा ऑक्सीजन गैस को मुक्त करते हैं। इस ऑक्सीजन गैस को सभी जीव स्वसन क्रिया में ग्रहण करते हैं। इसलिए वन को प्रकृति का फेफड़ा कहा जाता है
4. मरुभूमिकरण क्या है?
उत्तरः-उर्वर भूमि के बंजर भूमि में परिणत होने की प्रक्रिया को मरुभूमिकरण कहा जाता है
5. ‘रेड डाटा बुक’ क्या है?
उत्तर:- जो जीव लुप्त हो चुके हैं और जो जीव लुप्त होने वाले हैं, उन सभी जीवो का उल्लेख एक विशेष प्रकार की लाल किताब में किया गया है। जिसे रेड डाटा बुक कहते हैं।
6.स्थानिक प्रजाति का संरक्षण क्यों आवश्यक है?
उत्तर:- किसी स्थान विशेष में प्राकृतिक रूप में पाई जाने वाली प्रजाति को स्थानिक प्रजाति कहा जाता है। इनका संरक्षण आवश्यक है क्योंकि यह क्षेत्र विशेष में ही पाए जाते हैं।
7. प्राचीन गुफा आश्रयों का क्या महत्त्व है?
उत्तर:- इन गुफा आश्रय की दीवारों पर चित्र कारियों बनी है जिनमें मनुष्यों को जंतुओं से लड़ाई करते, शिकार करते, नृत्य करते, वाद्य यंत्र बजाते दर्शाया गया है इन संबों से हमें प्राचीन कालीन प्रकृति मानव अंतर संबंधों की जानकारियां मिलती है।
8. वन्य-अभयारण्य तथा प्राणी उद्यान में अंतर बताएँ।
उत्तर:-
पशु पार्क/प्राणी उद्यान
i. यह एक ऐसा स्थान है जहाँ जानवर कृत्रिम आवास में रहते हैं।
ii. जानवरों को सार्वजनिक दृश्य के लिए संरक्षित किया जाता है और वे छोटे क्षेत्रों में होते हैं।
वन्यजीव अभयारण्य
i.यह वह स्थान है जहां जानवर प्राकृतिक आवास में रहते हैं
ii.जानवरों को बहुत बड़े क्षेत्रों में संरक्षित किया जाता है। यह क्षेत्र शिकार, चराई, पेड़ काटने आदि के लिए निषिद्ध हैं।
9. कागज का पुनः चक्रण का महत्त्व बताएँ।
उत्तर:- कागज का पुनर्चक्रण ना की जाए तो यह कागज का कच्चेरे के बड़े ढेरों में बदल कर ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन और प्रदूषण जैसी समस्याओं में योगदान देता है। कागज के पुनर्चक्रण से वृक्ष संरक्षण के अलावा कागज उत्पादन के दौरान खर्च होने वाले जल ऊर्जा तथा रासायनिक पदार्थ को भी बचत होगी
10. प्रवासी पक्षी क्यों प्रवास करते हैं? गणित समाधान
उत्तर:- प्रवासी पक्षी अनुकूल जलवायु तथा भोजन की तलाश के लिए प्रवास करते हैं उदाहरण के लिए सर्दी के मौसम में साइबेरिया में कड़ाके की ठंड पड़ती है। ती है। साइबेरियन क्रेन नामक प्रवासी पक्षी अनुकूल जलवायु की तलाश में हजारों किलोमीटर दूरी तय कर भारत के पक्षी अभयारण्य में आते है।
sugam vigyan class 8 chapter 7:दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. वनोन्मूलन के विभिन्न कारणों तथा इसके दुष्प्रभावों का वर्णन करें।
उत्तर:- मानव की बढ़ती आबादी तथा उसकी बढ़ती आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए वनों की बड़े पैमाने पर कटाई हुई है। इसका प्रमुख कारण है मनुष्यों की बढ़ती जनसंख्या, औद्योगीकर्ण, शहरीकरण, कृषि योग्य भूमि का विस्तारण, अत्यधिक पशु चारण इत्यादि के साथ-साथ प्राकृतिक कारणों जैसे विनाशकारी बाढ़, भीषण सुखाड़, भूस्खलन भूकंप सुनामी से भी वनों का नाश होता है वनोन्मूलन से कई प्रकार के दुष्प्रभाव उत्पन्न हो रहे हैं जो निम्नलिखित है।
i. वनोन्मूलन का परिणाम उष्णन है।कार्बन डाइऑक्साइड पौधे पौधों द्वारा अवशोषित नहीं हो पाती और यह वायुमंडल में जमा हो जाती है। इसका हमारे परितंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
ii. वन अधिकांश नदियों के उद्गम स्थल है वन के कटने से अनेकों नदियों के सूखने की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी
iii. वन मिट्टी की संरचना तथा गुणवत्ता को बनाए रखते हैं। वनों की कटाई से जल धारण क्षमता तथा अंतःश्रवण दर में कमी आती है। इस कारण मिट्टी की वर्षा होने पर बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
4. वन्यजीवों की विलुप्तता के विभिन्न कारणों तथा उसके संरक्षण के तरीकों का वर्णन करें।
उत्तर:- वन्यजीवों की विलुप्तता के प्रमुख कारण है वनों की निरंतर कटाई, अनियंत्रित वन्यजीवों के शिकार, बढ़ता प्रदूषण स्तर, विश्व तापन आदि। वन संपदा के संरक्षण के उद्देश्य से देशभर में कई जन आंदोलन चलाए गए हैं। सुंदरलाल बहुगुणा द्वारा उत्तराखंड में चलाया गया चिपको आंदोलन तथा पांडुरंग हेगड़ द्वारा कर्नाटक में च चलाया गया ऐपीको आंदोलन इस प्रकार जन आंदोलन था सरकार द्वारा भी वन तथा पर्यावरण के संरक्षण के लिए वन संरक्षण अधिनियम, पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, राष्ट्रीय वन नीति, वन्य जीवन सुरक्षा अधिनियम को लागू किया गया है।
5. पुनर्वनरोपण की महत्ता पर प्रकाश डालें।
उत्तर:- वनोन्मूलन के पश्चात नष्ट हो चुके वन क्षेत्रों में पुनः वृक्षों का रोपण पुनर्वन रोपण कहलाता है। वन एक नवीकरणीय प्राकृतिक संसाधन है जिसे पुनर्वन रोपण से पुनः जीवंत बनाया जा सकता है। पृथ्वी तथा पर्यावरण के संरक्षण के लिए पुनर्वन रोपण तथा वृक्षारोपण करना चाहिए ताकि हम लोगों का अस्तित्व बचा रह सके। वन तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रत्येक वर्ष 21 मार्च के विश्व वन दिवस मनाया जाता है।